रिलायंस रिटेल ने खरीदा अमेरिकी ब्रांड केल्विनेटर, ईशा अंबानी ने किया एलान

रिलायंस रिटेल ने अपना दायरा बढ़ाने के लिए रेफ्रिजरेटर और वॉशिंग मशीन निर्माता केल्विनेटर का अधिग्रहण कर लिया है। रिलायंस रिटेल ने पहले इलेक्ट्रोलक्स होम प्रोडक्ट्स इंक से लाइसेंस के तहत केल्विनेटर ब्रांड का उपयोग किया था। यह ब्रांड भारत में रेफ्रिजरेटर, एयर कंडीशनर, एयर कूलर और वाशिंग मशीन सहित कई उत्पादों की पेशकश करता है।
रिलायंस ने इस लेन-देन के वित्तीय विवरण की जानकारी नहीं दी है। लेकिन इलेक्ट्रोलक्स ग्रुप ने अपने 2025 की दूसरी तिमाही के अंतरिम रिपोर्ट में कहा है कि भारत में केल्विनेटर ट्रेडमार्क पोर्टफोलियो की बिक्री से उसके परिचालन लाभ में लगभग 160 करोड़ का सकारात्मक असर हुआ है। इस तिमाही में कंपनी की कुल शुद्ध बिक्री SEK 31,276 मिलियन रही।
केल्विनेटर भारत में रहा जाना-माना ब्रांड
केल्विनेटर की शुरुआत 20वीं सदी में हुई। 1970 और 80 के दशक में यह द कूलेस्ट वन टैगलाइन के साथ भारत में एक जाना-माना नाम बन गया। भारतीय उपभोक्ताओं की साथ इसकी पुरामी यादे जुड़ी हैं। यह ब्रांड अपने टिकाऊ और बेहतर प्रदर्शन वाले उपकरणों के लिए जाना जाता है।
ईशा अंबानी ने बताया अधिग्रहण का उद्देश्य
रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) की कार्यकारी निदेश ईशा अंबानी ने कहा कि हमारा मिशन हमेशा से तकनीक को सुलभ, सार्थक और भविष्य के लिए बनाकर हर भारतीय की जरूरतों को पूरा करना है। उन्होंने आगे कहा कि केल्विनेटर का अधिग्रहण एक महत्वपूर्ण क्षण है। यह भारतीय उपभोक्ताओं के लिए विश्वसनीय वैश्विक नवाचारों की अपनी पेशकश का व्यापक विस्तार करने में सक्षम बनाता है। यह हमारे बेजोड़ पैमाने, व्यापक सेवा क्षमताओं और बाजार में अग्रणी वितरण नेटवर्क द्वारा सशक्त रूप से समर्थित है।
कंपनी की अग्रणी स्थिति में वृद्धि की उम्मीद
रिलायंस रिटेल ने कहा कि वह भारत के गतिशील उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के बाजार में श्रेणी विकास को गति देने, उपभोक्ता जुड़ाव को गहरा करने और दीर्घकालिक अवसरों को उजागर करने के लिए रणनीतिक रूप से तैयार है। इस अधिग्रहण से भारत के तेजी से बढ़ते उपभोक्ता टिकाऊ क्षेत्र में कंपनी की अग्रणी स्थिति में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। इस तालमेल से यह सुनिश्चित होगा कि उच्च गुणवत्ता वाले, वैश्विक स्तर पर मानक वाले उत्पाद प्रत्येक भारतीय परिवार तक पहुंच सकें, जिससे उनका दैनिक जीवन बेहतर हो सके।
रिलायंस के शेयरों में आई गिरावट
शुक्रवार दोपहर 1.03 बजे तक रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर बीएसई पर 0.67 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1474.30 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे थे।
2029 तक उपभोक्ता बजारा 3 लाख करोड़ रुपये होने की संभावना
रिपोर्ट के अनुसार, भारत दुनिया में उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के लिए सबसे तेजी से बढ़ने वाला प्रमुख बाजार है। 2027 तक इसके चौथा सबसे बड़ा बाजार बनने की उम्मीद है, तथा वित्त वर्ष 2029 तक बाजार का आकार 3 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।
2025 में उपभोक्ता टिकाऊ खंड का अनुमान 1.17 लाख करोड़ होने की उम्मीद
क्रिसिल के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 में उपभोक्ता टिकाऊ खंड (टीवी, रेफ्रिजरेटर, एसी और वॉशिंग मशीन) के लिए कुल उद्योग का आकार लगभग 1.17 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है। कुल मात्रा 47 मिलियन यूनिट होने की उम्मीद है।