लैंड फॉर जॉब मामले में ED ने लालू यादव से की पूछताछ, तेजस्वी बोले- बीजेपी हर जगह एक्टिव है
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता लालू यादव से आज ईडी पूछताछ कर रही है. इससे पहले ईडी ने मंगलवार को पत्नी रबड़ी देवी और बेटे तेजप्रताप से पूछताछ की थी. लालू जब पटना ईडी दफ्तर पहुंचे तो अधिकारियों ने उनसे पूछा कि आप कैसे हैं. पहले थोड़ा रिलैक्स हो लीजिए. पानी, चाय या कॉफी क्या लेंगे. इस पर लालू बोले कि ठीक बानी.
दरअसल, लालू यादव से लैंड फॉर जॉब मामले में ईडी यह पूछताछ कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, लालू यादव से ईडी लंबी पूछताछ कर सकती है. पिछली बार 10 घंटे तक पूछताछ की गई थी. लालू यादव लैंड फॉर जॉब मामले में जमानत पर हैं.
तेजस्वी यादव ने साधा निशाना
लालू यादव को ईडी दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाए जाने पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा, कानूनी प्रक्रिया का हम लोग पालन करते हैं. एजेंसियां बुलाती हैं, हम लोग जाते हैं. उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. दिल्ली चुनाव के बाद अब बीजेपी की सारी टीम बिहार में एक्टिव हो गईं हैं. ये लोग केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं, हम लोगों को तंग कर रहे हैं. ये लोग जो भी कर लें, हम और ज्यादा मजबूत होंगे और मजबूती से बिहार में सरकार बनाएंगे.
क्या है लैंड फॉर जॉब घोटाला
प्रवर्तन निदेशालय ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को समन जारी कर उन्हें लैंड फॉर जॉब मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में बुधवार को पूछताछ के लिए उपस्थित होने के लिए कहा है. यह मामला साल 2004-2009 से जुड़ा है जब लालू यादव रेल मंत्री थे.
मामले में आरोप है कि 2004-2009 के दौरान रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरियों में स्थानापन्न (Substitutes) लोगों की नियुक्ति की गई, इससे भारतीय रेलवे के भर्ती मानदंडों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन हुआ. कथित रूप से आरोप है कि उम्मीदवारों ने सीधे तौर पर या अपने करीबी परिवार के सदस्यों के जरिए से लालू के परिवार के सदस्यों को मार्केट रेट से एक-चौथाई या पांचवें हिस्से तक की रियायती दरों पर जमीन बेची.
ईडी की जांच इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एफआईआर पर आधारित है. सीबीआई लालू और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार जांच कर रही है. दोनों एजेंसियों ने मामले में कई आरोप पत्र दायर किए हैं और संबंधित अधिकारियों से आरजेडी नेता के खिलाफ अभियोजन मंजूरी भी हासिल की गई है.
ED ने आरोप पत्र में क्या कहा था?
ईडी ने साल 2024 में अगस्त में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम या पीएमएलए के तहत दायर अपने आरोप पत्र में आरोप लगाया था कि एक कंपनी एके इंफोसिस्टम्स को लालू यादव ने अपने करीबी अमित कत्याल के माध्यम से पटना में कई लैंड पार्सल रखने के मकसद से स्थापित किया था. एक बार लैंड पार्सल का अधिग्रहण हो जाने के बाद, कात्याल ने 13 जून 2014 को कंपनी की 100% हिस्सेदारी राबड़ी देवी (85%) और तेजस्वी यादव (15%) को ट्रांसफर कर दी थी, जिससे वो कंपनी के रखे गए लैंड पार्सल के पूरी तरह से मालिक बन गए.